बिहार विधानसभा चुनावः आधी आबादी को साधेंगे सीएम नीतीश कुमार, 'महिला संवाद रथ' को हरी झंडी, जानें शेयडूल
By एस पी सिन्हा | Updated: April 18, 2025 15:19 IST2025-04-18T15:17:57+5:302025-04-18T15:19:19+5:30
Bihar Assembly Elections: महिला सशक्तिकरण नीति 2015, महिला आरक्षण योजना, नशा मुक्ति अभियान, बाल विवाह एवं दहेज प्रथा उन्मूलन अभियान, जीविका योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, बालिका पोशाक योजना और अन्य सामाजिक-आर्थिक योजनाएं, महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम।

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पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महिलाओं को साधने के लिए बड़ी पहल शुरु की है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज एक अणे मार्ग से 'महिला संवाद रथ' को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह विशेष संवाद रथ बिहार के अलग-अलग जिलों में जाकर महिलाओं के बीच नीतीश सरकार द्वारा अब तक किए गए कार्यों की जानकारी देगा। खासतौर पर महिला सशक्तिकरण, नौकरी, रोजगार और शिक्षा से जुड़ी योजनाओं को प्रमुखता से बताया जाएगा। इस रथ के माध्यम से महिलाओं को यह संदेश दिया जाएगा कि सरकार ने उनके हित में किस तरह से कार्य किया है। विधानसभा चुनाव से पहले महिला मतदाताओं को एकजुट करने के उद्देश्य से यह अभियान तेज कर दिया गया है। दो दिन पहले ही जदयू कार्यालय पर "2025 से 2030 फिर से नीतीश" का नारा देते हुए आधिकारिक पोस्टर जारी किया गया। इस पोस्टर का वीडियो भी जारी किया गया है। जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की योजनाओं और वादों को दर्शाया गया है।
राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो यह कवायद महिला मतदाताओं को आकर्षित करने की दिशा में एक अहम रणनीति हो सकती है, जो आने वाले चुनाव में निर्णायक भूमिका निभा सकती है। महिला संवाद कार्यक्रम का पहला दिन राज्य के 600 स्थानों पर एकसाथ आयोजित होगा। यह अभियान अगले दो महीनों तक चलेगा और इसका उद्देश्य महिलाओं को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देना है। सरकार की योजना है कि इस दौरान करीब दो करोड़ महिलाओं तक संवाद पहुंचाया जाए। जिसमें 1.35 लाख जीविका दीदियां भी शामिल होंगी।
इस वर्ष होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए 'महिला संवाद' कार्यक्रम को नीतीश सरकार की एक बड़ी रणनीतिक पहल माना जा रहा है। इसके तहत प्रदेश भर के गांव-गांव में जाकर महिलाओं को सरकारी योजनाओं के लाभ और उनके सशक्तिकरण से जुड़े मुद्दों की जानकारी दी जाएगी। बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष का ध्यान आधी आबादी पर विशेष तौर पर है।
राजनीतिक जानकारों की मानें तो आधी आबादी सत्ता पलटने की ताकत रखती हैं। कार्यक्रम के तहत 38 जिलों में हर दिन औसतन 1200 स्थानों पर संवाद सत्र आयोजित किए जाएंगे। संवाद सुबह और शाम, दोनों समय आयोजित किए जाएंगे। इसके लिए 600 प्रचार वाहनों को विशेष रूप से तैयार किया गया है, जो गांव-गांव जाकर जानकारी साझा करेंगे।
केवल पटना जिले में ही 1,395 स्थानों पर महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित होने हैं। महिला संवाद अभियान के दौरान महिलाओं को राज्य सरकार की प्रमुख योजनाओं और नीतियों से अवगत कराया जाएगा, जिनमें शामिल हैं- महिला सशक्तिकरण नीति 2015, महिला आरक्षण योजना, नशा मुक्ति अभियान, बाल विवाह एवं दहेज प्रथा उन्मूलन अभियान, जीविका योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, बालिका पोशाक योजना और अन्य सामाजिक-आर्थिक योजनाएं, महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम।
सरकार का दावा है कि यह कार्यक्रम राज्य में महिलाओं के सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक विकास में मील का पत्थर साबित होगा। संवाद के ज़रिए सरकार न केवल अपनी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाएगी, बल्कि महिलाओं की भागीदारी और जागरूकता भी बढ़ाने का प्रयास करेगी।

