"सनातन धर्म एड्स और कोढ़ की तरह है", डीएमके सांसद ए राजा ने उदयनिधि के 'सनातन विवाद' की आग में डाला घी
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: September 7, 2023 15:11 IST2023-09-07T15:03:37+5:302023-09-07T15:11:59+5:30
'सनातन धर्म' पर विवादित टिप्पणी करने के बाद देश की सियासत के केंद्र में खड़े तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन को अब डीएमके सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री ए राजा का साथ मिला है।

फाइल फोटो
चेन्नई: 'सनातन धर्म' पर बेहद विवादित टिप्पणी करने के कारण देश की सियासत केंद्र में खड़े तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन को अब डीएमके सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री ए राजा का साथ मिला है। उदयनिधि की तरह 'सनातन धर्म' के बारे में बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए ए राजा ने कहा कि सनातन धर्म एड्स और कोढ़ की तरह है।
भाजपा पर हमलावर होते हुए ए राजा ने गुरुवार को कहा कि 'सनातन धर्म' पर उदयनिधि का दृष्टिकोण अपेक्षाकृत नरम था। उन्होंने इस राजनीतिक विवाद की आग में घी डालते हुए सनातन धर्म की इसकी तुलना एड्स और कुष्ठ रोग से की है।
दरअसल इस महीने की शुरुआत में तमिलनाडु की डीएमके सरकार के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने आरोप लगाया कि 'सनातन धर्म' समानता और सामाजिक न्याय का विरोध करता है। इतना ही नहीं उदयनिधि ने कहा कि 'सनातन धर्म'कोरोनो, मलेरिया और डेंगू की तरह है, इसलिए इसे समाप्त कर देना चाहिए।
उदयनिधि के इस टिप्पणी पर हमलावर होते हुए भाजपा के चीफ अमित मालवीय ने आरोप लगाया कि उदयनिधि कथिततौर पर सनातन मानने वाले देश की 80 फीसदी आबादी के "नरसंहार" का आह्वान कर रहे हैं।
वहीं उदयनिधि ने अपने बयान पर मचे विवाद पर सफाई देते हुए कहा कि 'सनातन' जाति-आधारित विभाजन को बढ़ावा देता है। इस कारण उन्हें इसे समाप्त करने की बात की थी।
इस पूरे विवाद में अपने बेटे की वकालत करते हुए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने तर्क दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिना उदयनिधि के बयान का आशय समझे अनुचित प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
सीएम स्टालिन ने कहा, "इस मामले में राष्ट्रीय मीडिया द्वारा यह दिखाना कि पीएम मोदी ने कैबिनेट की बैठक में उदयनिधि की टिप्पणियों पर मंत्रियों से कहा कि उचित प्रतिक्रिया दी जानी चाहिए। यह दुखद है। क्या प्रधानमंत्री उदयनिधि के बारे में फैलाए गए झूठे दुष्प्रचार से अनजान होकर यह बातें बोल रहे थे या फिर वह जानबूझकर ऐसा कर रहे थे?"
एमके स्टालिन ने अपने बयान में आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी के नेता उदयनिधि के बयान पर कथिततौर से झूठी कहानी फैला रहे हैं कि उदयनिधि ने सनातन विचार वाले लोगों के नरसंहार का आह्वान किया था।
उन्होंने कहा, "भाजपा समर्थक ताकत, दमनकारी सिद्धांतों के खिलाफ उदयनिधि के रुख को बर्दाश्त करने में असमर्थ हैं, इस कारण से उनके द्वारा झूठी कहानी फैलाई जा रही है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उदयनिधि ने सनातन विचारों वाले लोगों के नरसंहार का आह्वान किया था।"
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने कहा, "भाजपा द्वारा पोषित सोशल मीडिया भीड़ ने उत्तर भारत के राज्यों में इस झूठ को व्यापक रूप से फैलाया किया है। हालांकि उदयनिधि ने कभी भी तमिल या अंग्रेजी में नरसंहार शब्द का इस्तेमाल नहीं किया। बावजूद उसके ऐसा झूठा दावा किया जा रहा है।''